
गैजेट डेस्क. आज वर्ल्ड टेलीविजन डे है।टीवी का सफर भले ही 95 साल पुराना हो, लेकिन यह आज अपने सबसे मॉडर्न अवतार में हमारे बीच है। 9 दशक पहले कभी भारी-भरकम डिब्बे के रूप में दिखने वाला इडियट बॉक्स आज हमारे बोलने भर से ही चैनल को बदलने में सक्षम है। 1924 में बक्से, कार्ड और पंखे के मोटर से तैयार हुई टीवी से लेकर स्मार्ट टीवी के बदलाव का सफर जितना लंबा है, उतना ही दिलचस्प भी। रेडियो के दौर में टीवी की शुरुआत ही विरोध के साथ हुई थी। समय के साथ लोगों में इसकी दीवानगीयूं बढ़ी कि भारत में ही 1962 में 41 टीवी सेट और एक चैनल से टीवी की शुरुआत हुई। 1995 तक आते-आते 7 करोड़ भारतीयों के घरों में टेलीविजन जगह बना चुका था।
भारत में कलर टीवी 1982 में पहुंचा। आलम यह था कि 8 हजार रुपए का टीवी 15 हजार रुपए में खरीदने को तैयार थे। नतीजा, सरकार ने 6 महीने में विदेश से 50 हजार टीवी सेट आयात कराए। संयुक्त राष्ट्र में सबसे पहले वर्ल्ड टेलीविजन डे21 नवंबर 1997 को मनाया गया। इस मौके पर जानते हैं टेलीविजन के सफर के कुछ दिलचस्प किस्से...
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