
कोलकाता. भारत और बांग्लादेश के बीच कोलकाता के ईडन गार्डन में शुक्रवार से पहला डे-नाइट टेस्ट मैच खेला जाएगा। दोनों टीमों के साथ ही क्रिकेट फैन्स भी इसे लेकर काफी उत्साहित हैं। 22 साल तक बीसीसीआई के चीफ क्यूरेटर रहे दलजीत सिंह इस पहल से बेहद खुश हैं। उनका कहना है कि क्रिकेट और खासकर टेस्ट क्रिकेट को अगर आगे बढ़ाना है तो इनोवेशन यानी नए प्रयोग करना जरूरी हैं। इस टेस्ट के पहले उन्होंने दैनिक भास्कर से बातचीत की।
यह अच्छा विकल्प
बांग्लादेश के खिलाफ टीम इंडिया एक्सपेरिमेंट कर सकती है। क्रिकेट में आगे बढ़ना है तो इनोवेशन पर ध्यान देना ही होगा। गांगुली अच्छे लीडर हैं। वे दूरदर्शी हैं, जानते हैं कि टेस्ट क्रिकेट को लोकप्रिय बनाने के लिए कब क्या करना जरूरी है। अब वनडे और टी20 इतना ज्यादा हो गया। इसलिए टेस्ट की लोकप्रियता के लिए डे-नाइट टेस्ट अच्छा विकल्प है। गुलाबी गेंद से टेस्ट को लोकप्रियता मिलेगी। लोग मैच देखने मैदान तक आएंगे। यह गुलाबी गेंद लाने का बिलकुल सही समय है, और पहले डे-नाइट टेस्ट के लिए कोलकाता से अच्छा सेंटर कोई नहीं हो सकता। बांग्लादेश के खिलाफ पहला डे-नाइट टेस्ट खेलना अच्छा फैसला है। टीम इंडिया अच्छी फॉर्म है। जो कंडीशन डे-नाइट के लिए उपयुक्त है, वैसा पेस अटैक भी टीम के पास है।
मौसम अच्छा रहेगा
पिच बल्लेबाजी के लिए अच्छी है। स्पिनर्स को भी मदद मिलेगी, खासकर तीसरे दिन से। कोलकाता में बारिश की संभावना बहुत कम है। आसमान में बादल रहने का अनुमान है। तापमान 18 से 28 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा। टॉस जीतने वाली टीम बल्लेबाजी करना चाहेगी।
टॉस की कितनी भूमिका
टॉस के बाद पहले गेंदबाजी करने वाली टीम बॉल को जितना ऊपर रखेगी, उतना उसे फायदा होगा। स्पिनरों को शुरू में फायदा मिलेगा। फ्लड लाइट में तेज गेंदबाजों को मदद मिलेगी। क्योंकि मौसम ठंडा हो जाएगा और ऐसे में गेंद हिलने लगेगी। ठंड का मौसम है, तो ओस ज्यादा पड़ेगी। कलकत्ता में चार-साढ़े 4 बजे तक लाइट्स ऑन हो जाएंगी। आखिरी के डेढ़ से दो घंटे ओस में गेम होगा। ओस का इफेक्ट कम करने के लिए आउटफील्ड पर कम और छोटी घास रखेंगे।
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