नई दिल्ली. दिल्ली महिला कांग्रेस की अध्यक्ष शर्मिष्ठा मुखर्जी के मुताबिक, केजरीवाल सरकार फ्री के नाम पर लोगों को जहरीला पानी पिला रही है। शर्मिष्ठा पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी हैं। दैनिक भास्कर को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में उन्होंने केजरीवाल सरकार की फ्री स्कीम्स से महिला सुरक्षा तक अहम मुद्दों पर बेबाकी से जवाब दिए। उनके मुताबिक, फ्री स्कीम्स का सेंक्शन 31 मार्च तक है। यानी चुनाव के बाद फ्री योजनाएं बंद हो जाएंगी। दिल्ली महिला कांग्रेस की अध्यक्ष ने कहा- बीजेपी और ‘आप’ ने दिल्ली को रेप कैपिटल बना दिया। 2012 में यहां रेप के कुल 706 मामले दर्ज हुए। 15 नवंबर 2019 तक आंकड़ा 1947 पर पहुंच गया। यहां शर्मिष्ठा से बातचीत के प्रमुख अंश।
दिल्ली में कांग्रेस का सीएम फेस कौन है? कई राज्यों में पार्टी ने सीएम फेस दिया और जीत हासिल की। यहां ऐसा क्यों नहीं?
मध्यप्रदेश और राजस्थान में भी हमने सीएम कैंडिडेट का नाम सामने नहीं रखा था। पंजाब में जरूर किया था। कांग्रेस की यह परंपरा है कि ज्यादातर क्षेत्रों में हम चीफ मिनिस्टर कैंडिडेट चुनाव के पहले घोषित नहीं करते। विधायक ही अपना नेता चुनते हैं। जिसे नेता चुना जाता है, वही सीएम होता है। दरअसल, हम किसी चेहरे पर नहीं बल्कि अपने काम के आधार पर चुनाव लड़ना चाहते हैं। दिल्ली में वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं की कोई कमी नहीं। सुभाष चोपड़ा, अजय माकन और जेपी अग्रवाल हैं। सभी अनुभवी नेता हैं।
कांग्रेस को अब भी शीला दीक्षित के चेहरे का सहारा लेना पड़ रहा है। क्या दिल्ली में कोई दूसरा लोकप्रिय चेहरा नहीं है?
शीला जी 15 साल सीएम रहीं। उनके जाने से उनका योगदान तो खत्म नहीं हो जाता। इंदिरा जी या नेहरू जी के काम खत्म तो नहीं हुए। जो काम हैं, वो इतिहास है। हम उनका जिक्र करते रहेंगे।
अगर शाहीन बाग के जरिए सांप्रदायिक धुव्रीकरण होता है, तो कांग्रेस पर क्या असर होगा?
कांग्रेस मानती है कि देश में किसी भी नागरिक को शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन का अधिकार है। सीएए-एनआरसी असंवैधानिक हैं। शाहीन बाग में प्रदर्शन कर रहे लोगों से वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने मुलाकात की है। भाजपा शाहीन बाग को चुनावी मुद्दा बना रही है। यह दर्शाता है कि उनके पास काम का कोई ट्रैक रिकॉर्ड नहीं है। वो शाहीन बाग को मुद्दा बनाकर दिल्ली चुनाव को पोलराइज करने की कोशिश कर रही है।
भाजपा का आरोप है कि शाहीन बाग प्रदर्शन के पीछे आप और कांग्रेस का हाथ है। इससे दिल्ली को खतरा है?
ये भाजपा और उसके नेताओं की सोच है। वे देश की जनता को मूर्ख, नासमझ और अनपढ़ समझते हैं। लेकिन, इस देश के लोग जागरुक हैं। सीएए का पूरे देश में विरोध हो रहा है। दिल्ली में सिर्फ शाहीन बाग पर बात की जा रही है। धुव्रीकरण करके फायदा उठाने की कोशिश हो रही है।
दिल्ली में महिलाएं अब भी असुरक्षित हैं?
बिल्कुल। दिल्ली रेप कैपिटल बन चुकी है। 2012 में निर्भया कांड हुआ। पूरा देश सड़कों पर था। तब दिल्ली में रेप के कुल 706 मामले दर्ज हुए थे। 15 नवंबर 2019 तक यह आंकड़ा 1947 पहुंच गया। दिल्ली पुलिस केंद्र के अधीन है। केजरीवाल भी जिम्मेदारी से नहीं बच सकते। भाजपा और आप दोनों ही वादे करते हैं। लेकिन रेप जैसी घटनाओं को रोकने में विफल रहे। दिल्ली के हाल तो ऐसे हैं कि यहां पीएम की भतीजी का ही पर्स चोरी हो जाता है। इसके लिए भाजपा और आप दोनों की सरकारें जिम्मेदार हैं।
'आप' सरकार की फ्री की योजनाओं पर कई लोग विरोध जता रहे हैं?
केजरीवाल फ्री लेकिन जहरीला पानी दे रहे हैं। फ्री बिजली को जो फायदा है वो मकान मालिक को मिल रहा है किराएदारों को नहीं। किराएदारों को तो प्रति यूनिट पैसा देना पड़ रहा है। ये फायदा कुछ लोगों तक ही पहुंच रहा है। किराए वालों की बड़ी संख्या है। वो भी समझते हैं कि ये सिर्फ वोट बैंक पॉलिसी है। इस स्कीम का सेंक्शन सिर्फ 31 मार्च तक है। इलेक्शन के बाद फ्री बिजली और फ्री पानी की योजनाएं खत्म।
बीजेपी और आप सघन प्रचार कर रहे हैं। कांग्रेस क्यों इस मामले में पीछे नजर आती है।
ऐसा नहीं है। हमारे वरिष्ठ नेता मैदान में हैं। हमारा कैंडिडेट सिलेक्शन नए और पुराने का कॉम्बिनेशन है। सभी अपने क्षेत्र में प्रचार कर रहे हैं। हम सब मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं।
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