
सूरत (गुजरात). केंद्रीय मंत्री प्रताप चंद्र सारंगी ने कहा है कि जिसे वंदे मातरम स्वीकार नहीं है, उसे देश में रहने का अधिकार नहीं है। शनिवार को सूरत पहुंचे सारंगी ने कांग्रेस पर नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर लोगों को गुमराह करने का आरोप भी लगाया। सारंगी ने कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद भी सारंगी ने इसी तरह का बयान दिया था।
सारंगी ने कहा, “देश भर में आग भड़काने वाले देशभक्त नहीं हैं। जो लोग भारत की स्वतंत्रता, एकता, वंदे मातरम को स्वीकार नहीं करते, उन्हें इस देश में रहने का कोई अधिकार नहीं है।” उन्होंने कहा- लोगों को सीएए लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार मानना चाहिए। अब पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में धार्मिक उत्पीड़न का सामना करने वाले ऐसे हिंदू, सिख, जैन, पारसी, बौद्ध और ईसाइयों को भारत की नागरिकता मिल सकेगी, जो 31 दिसंबर 2014 से पहले भारत आए हैं।
सीएए कांग्रेस के पाप का प्रायश्चित: सारंगी
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सीएए लाना कांग्रेस द्वारा किए गए विभाजन के पाप का प्रायश्चित करने का एक तरीका था। उन्होंने कहा, “सीएए को 70 साल पहले ही लाया जाना चाहिए था। दरअसल यह कानून हमारे पूर्वजों द्वारा किए गए पाप का प्रायश्चित करने का एक तरीका है। कांग्रेस ने पाप किया और हम प्रायश्चित कर रहे हैं।”
सितंबर में इसी तरह का बयान दिया था
सिंतबर के महीने में भी सारंगी ने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के विरोध पर इसी तरह की टिप्पणी की थी। ओडिशा की एक सभा में सारंगी ने कहा था- जब भाजपा के विरोधी दलों ने भी अनुच्छेद 370 खत्म करने के फैसले का समर्थन किया, तो कांग्रेस ने इस पर आपत्ति जताई। अमित शाह ने कांग्रेस को स्पष्ट कह दिया है कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) भी भारत का हिस्सा हैं। जो वंदे मातरम नहीं मानते, उन्हें भारत में रहने का कोई अधिकार नहीं है।
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