खेल डेस्क. उत्तर प्रदेश के मंत्री मोहसिन रजा ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान में पूर्व स्पिनर दानिश कनेरिया के साथ हिंदू होने की वजह से भेदभाव होता है। वे चाहें तो नागरिकता कानून के तहत भारत आ सकते हैं। पूर्व पाकिस्तानी कप्तान ने कहा कि पाकिस्तान में हिंदुओं को समर्थन नहीं मिलता, तो दानिश 10 साल नहीं खेल पाते। पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने 22 दिसंबर को एक टीवी चैट शो में कहा था कि दानिश हिंदू था, इसलिए कई खिलाड़ियों को उसके साथ खाना खाने में ऐतराज था। गुरुवार को दानिश ने भी शोएब के बयान को सही बताया था।
मोहसिन रजा ने ट्विट किया, ‘‘दिनेश कनेरिया को दानिश बना दिया गया, युसुफ योहाना को मोहम्मद युसुफ बनाया। जब इतने प्रतिष्ठित लोगों के साथ भेदभाव किया गया है, तो पाकिस्तान में आम नागरिकों को कितना प्रताड़ित किया जाता है, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। वासुदेव कुटुम्बकम की हमारी संस्कृति के तहत हम ऐसे प्रताड़ितजनों से आव्हान करते हैं कि वे हमारे देश की नागरिकता के लिए आवेदन करें। हम ससम्मान हिंदुस्तान की नागरिकता प्रदान करेंगे।’’
शोएब में सच कहने का साहस: दानिश
कनेरिया ने कहा था, ‘‘शोएब महान खिलाड़ी हैं। उनमें सच कहने का साहस है। मैं जब खेल रहा था, तब इन मसलों पर सच कहने की हिम्मत मुझमें नहीं थी। लेकिन शोएब भाई के बयान के बाद, मैं भी बोलूंगा। इंजी भाई (इंजमाम-उल-हक), मोहम्मद युसूफ और यूनिस भाई (यूनिस खान) ने भी हमेशा मुझे सहयोग किया। मैं उन लोगों का नाम दुनिया के सामने लाऊंगा, जिन्होंने मेरे साथ भेदभाव किया।
यही पाकिस्तान का असली चेहरा: गंभीर
गंभीर ने न्यूज एजेंसी से कहा, ‘‘यही पाकिस्तान का असची चेहरा है। हमारे पास मोहम्मद अजहरुद्दीन थे। उन्होंने 80-90 टेस्ट में भारतीय टीम की कप्तानी की थी। आज उनके पास प्रधानमंत्री के रूप में एक खिलाड़ी (इमरान खान) है। फिर भी उनके देश में लोगों को इससे गुजरना पड़ता है। यही पाकिस्तान की हकीकत है। कनेरिया ने पाकिस्तान के लिए 60 मैच खेले हैं और उनके साथ ऐसा बर्ताव होना शर्मनाक है।’’
दानिश कनेरिया पाकिस्तान टीम में खेलने वाले अनिल दलपत के बाद दूसरे हिंदू खिलाड़ी थे। उन्होंने पाकिस्तान के लिए 61 टेस्ट में 261 विकेट लिए। दानिश ने 18 वनडे मैच खेले, जिसमें उन्हें 15 सफलताएं मिलीं।
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