
नई दिल्ली (मुकेश काैशिक/पवन कुमार).निर्भया कांड के दोषी विनय शर्मा की दया याचिका पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद विचार नहीं कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार विनय द्वारा दया याचिका वापस मांगने के बाद राष्ट्रपति ने यह फैसला लिया। अब किसी भी दोषी की दया याचिका लंबित नहीं है। तिहाड़ जेल प्रशासन के नोटिस पर विनय ने 7 नवंबर को दया याचिका लगाई थी। दिल्ली सरकार अाैर गृह मंत्रालय ने इसे खारिज करने की सिफारिश की थी। इसके बाद विनय ने राष्ट्रपति को पत्र भेजा कि याचिका उसने दायर नहीं की। तीन अन्य दाेषियाें मुकेश, पवन और अक्षय ने दया नहीं मांगी। अक्षय ने सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार अर्जी लगा दी, जिस पर 17 दिसंबर को सुनवाई है। विधि विशेषज्ञों के मुताबिक मुकेश, विनय अाैर पवन को अलग से फांसी देने में कोई बाधा नहीं। वहीं, तिहाड़ के डीजी संदीप गोयल कहते हैं कि चारों को साथ फांसी दी जाएगी। तिहाड़ में पहली बार चार लोगों को एक साथ फांसी देने की तैयारी चल रही है।
भास्कर एक्सपर्ट : अलग-अलग फांसी देना भी संभव :
बचने के हथकंडे अपनाते हैं मुजरिम
सुप्रीम कोर्ट के वकील विराग गुप्ता ने बताया कि तीन दाेषियाें काे अलग फांसी देने में कोई बाधा नहीं है। जेल प्रशासन ऐसा कर सकता है। राष्ट्रपति के पास कोई दया याचिका लंबित नहीं है। अक्षय की पुनर्विचार याचिका खारिज हाेने पर उसे फांसी दी जा सकती है। याचिका पर अंतरिम अादेश या स्टे बिना उसका कोई महत्व नहीं। मुजरिम बचने के लिए हथकंडे अपनाते हैं। सरकार इन्हें मानने को बाध्य नहीं।
सर्कुलर में बताईं फांसी की शर्तें पूरी
पूर्व डीजीपी अभयानंद ने बताया किफांसी से जुड़े मामलों के लिए गृह मंत्रालय ने 4 फरवरी, 2014 को सर्कुलर जारी किया था। निर्भया के तीन दोषियों के मामले में सर्कुलर की सभी शर्तें पूरी हैं। दया याचिका खारिज होने के 14 दिन बाद फांसी दे सकते हैं। उपराज्यपाल ने विनय की दया याचिका 1 दिसंबर काे खारिज की थी। अब 15 दिसंबर के बाद तीनों फंदे पर लटकाए जा सकते हैं।
अफजल की फांसी पर मौजूद रहे अफसर तैनात :
आतंकी अफजल गुरु की फांसी के वक्त मौजूद रहे तिहाड़ के एक डिप्टी सुपरिंटेंडेंट को निर्भया के दोषियों की फांसी की तैयारियों का जिम्मा सौंपा गया है। चारों दोषी शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पटियाला हाउस कोर्ट में पेश होंगे। निर्भया की मां ने कोर्ट से इनकी फांसी पर जल्द अमल की मांग कर रखी है। इस पर जेल प्रशासन शुक्रवार को कोर्ट में रिपोर्ट पेश करेगा।रिपोर्ट में बताया जाएगा कि विनय ने दया और अक्षय ने पुनर्विचार याचिका लगाई थी। मुकेश और पवन का कोई केस लंबित नहीं है। यूपी सरकार मांगने पर एक दिन के अंदर-अंदर जल्लाद भेजने पर सहमति जता चुकी है। गृह मंत्रालय ने जेल प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि चारों दोषियों को फांसी देने की पूरी तैयारी रखी जाए, ताकि कोर्ट से मंजूरी मिलते ही जेल के स्तर पर फांसी देने में देरी न हो।
आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
from Dainik Bhaskar /national/news/president-not-considering-mercy-plea-of-vinay-convicted-in-nirbhaya-case-126278724.html
0 Comments:
Post a Comment