
प्योंग्यांग. उत्तर कोरिया ने अमेरिका के साथ परमाणु अप्रसार संधि पर बातचीत रद्द कर दी है। उसका आरोप है कि अमेरिका अपने घरेलू राजनीतिक एजेंडे तैयार करने में व्यस्त है और बातचीत का बहाना उसकी समय बचाने की चाल है। राजदूत किम सोंग ने कहा कि हमें अमेरिका के साथ लंबी बातचीत की जरूरत नहीं और अब समझौते का मौका खत्म हो गया है। उत्तर कोरिया की केसीएनए न्यूज एजेंसी ने सोंग के बयान के कुछ देर बाद ही सैटेलाइट लॉन्च साइट से बेहद अहम टेस्ट किए जाने का ऐलान किया। अभी तक यह तय नहीं है कि यह टेस्ट किस तरह का रहा। हालांकि, उत्तर कोरिया का कहना है कि इससे देश की कूटनीतिक स्थिति बदल जाएगी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिस जगह टेस्ट किया गया, वह सोहाए सैटेलाइट लाॅन्च साइट है। यहां से उत्तर कोरिया कई बार मिसाइल इंजन की टेस्टिंग और रॉकेट लॉन्च कर चुका है। दक्षिण कोरिया की तरफ से इस टेस्ट पर अभी तक कोई बयान नहीं आया है। आमतौर पर दक्षिण कोरिया के सिस्टम उत्तर कोरिया से मिसाइल लॉन्च के बाद ही अलर्ट जारी कर देते हैं।
मेरे किम जोंग-उन से अच्छे संबंध, यथास्थिति बनी रहनी चाहिए: ट्रम्प
उत्तर कोरिया के डील रद्द करने के फैसले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि अगर किम जोंग-उन प्रशासन किसी तरह का दुश्मनी का व्यवहार करता है, तो उन्हें इसका आश्चर्य होगा। रिपोर्टर्स ने ट्रम्प से पूछा कि वे कैसे उत्तर कोरिया को वापस समझौते के लिए मनाएंगे, तो उन्होंने कहा- “मेरे किम जोंग-उन से अच्छे संबंध हैं। मुझे लगता है कि हम दोनों यथास्थिति बनाए रखना चाहेंगे। उन्हें पता है कि अमेरिका में चुनाव हैं। मुझे नहीं लगता कि वे इसमें दखल देना चाहेंगे। लेकिन हमें आगे के बारे में देखना होगा।”
अमेरिका के पेट डॉग की तरह काम कर रहे यूरोप के देश: उत्तर कोरिया
हाल ही में 6 यूरोपीय देश- फ्रांस, जर्मनी, ब्रिटेन, बेल्जियम, पोलैंड और एस्टोनिया ने बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षणों के लिए उत्तर कोरिया पर निशाना साधा था। इसके बाद किम जोंग-उन ने गुस्सा जताते हुए इन देशों को अमेरिका का पेट डॉग बता दिया था। उत्तर कोरिया के उप विदेश मंत्री चोए सोन हुई ने यहां तक कह दिया था कि वे ट्रम्प की बेइज्जती करना जारी रखेंगे।
परमाणु निरस्त्रीकरण को लेकर 3 बार मुलाकात हुई
कोरियाई प्रायद्वीप में परमाणु निरस्त्रीकरण करने को लेकर ट्रम्प और किम के बीच पिछले साल जून में सिंगापुर में पहली बैठक हुई थी। इसके बाद इस साल फरवरी में वियतनाम की राजधानी हनोई में दोनों नेताओं के बीच दूसरी बैठक हुई थी जो विफल रही थी। दोनों नेताओं के बीच एक साल के भीतर यह दूसरी शिखर बैठक थी। जी-20 समिट से लौटते वक्त ट्रम्प ने कोरियाई सीमा के असैन्य क्षेत्र में किम से मीटिंग की थी।
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