
लखनऊ.उत्तर प्रदेश के उन्नाव दुष्कर्म केस में दिल्ली कोर्ट सोमवार को फैसला सुना सकती है। इस मामले में भाजपा से निष्कासितविधायक कुलदीप सिंह सेंगर मुख्य आरोपी है। पुलिस के मुताबिक, सेंगर और उसके साथियों ने 2017 में लड़की को अगवा कर सामूहिकदुष्कर्म किया था। घटना के करीब ढाई साल बाद कोर्ट में बीते मंगलवार कोसुनवाई पूरी हुई। इस दौरान हुए घटनाक्रमों के चलते पीड़ित आईसीयू में है। उसके पिता-चाची-मौसी की मौत हो चुकी है, जबकि चाचा जेल में हैं।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर रोज सुनवाईहो रही थी
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर केस लखनऊ से दिल्ली कोर्ट ट्रांसफर हुआ था। इसके बाद 5 अगस्त से रोजाना बंद कमरे मेंसुनवाई हो रही थी। इस दौरान अभियोजन पक्ष के 13 गवाहों और बचाव पक्ष के 9 गवाहों से जिरह हुई। पीड़ित का बयान दर्ज करने के लिए एम्स में स्पेशल कोर्ट बनाया गया था।
शशि सिंह पर पीड़ितको सेंगर के पास ले जाने का आरोप
कोर्ट ने कुलदीप सेंगर आपराधिक षड्यंत्र, अपहरण, दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट के तहत आरोप तय किए थे। फिलहाल, वह तिहाड़ जेल में बंद हैं। अदालत ने मामले में सह आरोपी शशि सिंह के खिलाफ भी आरोप तय किए हैं। वह लड़की को सेंगर के पास लेकर गई थी।
उन्नाव दुष्कर्म मामले में कब क्या हुआ
- 04 जून 2017- नाबालिग पीड़ित का गांव के ही दो युवकों शुभम और अवधेश ने अपहरण किया।
- 11 जून 2017- नाबालिग के अपहरण में पीड़ित परिवार की शिकायत पर दोनों युवकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज।
- 21 जून 2017- 10 दिन बाद पुलिस अपहृत किशोरी का पता लगा सकी। पुलिस ने उसे बरामद कर परिवार को सौंप दिया।
- 22 जून 2017- पीड़ितने मजिस्ट्रेट को दिए बयान में तीन लोगों पर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म करने का आरोप लगाया।
- 01 जुलाई 2017- कोर्ट में दिए पीड़ितके बयान के आधार पर पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज कर कोर्ट में चार्जशीट दायर की।
- 22 जुलाई 2017- पीड़ितने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को पत्र लिख इंसाफ की गुहार लगाई। पीड़ितने इस पत्र में बताया कि विधायक सेंगर ने उसके साथ दुष्कर्म किया।
- 30 अक्टूबर 2017- विधायक की तरफ से पीड़ितऔर उसके परिवार के खिलाफ मांखी थाने में मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया गया।
- 22 फरवरी 2018- पीड़ित ने जिला अदालत से मांग की थी कि विधायक सेंगर को दुष्कर्म मामले में आरोपी बनाया जाए।
- 03 अप्रैल 2018- आरोपी विधायक के भाई अतुल सिंह सेंगर ने साथियों संग पीड़ितके पिता पर मारपीट कर जानलेवा हमला किया।
- 04 अप्रैल 2018- मारपीट मामले में पुलिस ने विधायक के दबाव में पीड़ित के पिता के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जेल भेज दिया।
- 09 अप्रैल 2018- जेल में पीड़ितके पिता हालत दिन-पर-दिन खराब होती गई और आखिरकार उन्होंने जेल में ही दम तोड़ दिया। पुलिस पर जेल में पीड़ितके पिता को प्रताड़ित करने का आरोप लगा तो उसने दबाव में विधायक के भाई को गिरफ्तार कर लिया।
- 13 अप्रैल 2018- सीबीआई ने सुबह चार बजे दुष्कर्म मामले में आरोपी भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को हिरासत में लिया। लंबी पूछताछ के बाद शाम को उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
- 19 अप्रैल 2018- सरकार ने अपनी फजीहत होती देख विधायक की वाई श्रेणी की सुरक्षा और घर पर तैनात सुरक्षाकर्मियों को हटा दिया।
- 02 मई 2018- इलाहाबाद हाईकोर्ट में सीबीआई ने सीलबंद लिफाफे में पूरे केस की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की।
- 08 मई 2018- सीबीआई ने विधायक के खिलाफ सबूत पेश किया। इसके बाद उसे उन्नाव से सीतापुर जेल में स्थानांतरित कर दिया गया।
- 17 मई 2018- जेल में बंद पीड़िता के पिता की हिरासत में मौत के मामले में दो पुलिसकर्मी गिरफ्तार हुए।
- 11 जुलाई 2018- सीबीआई ने दुष्कर्म मामले में चार्जशीट दायर की, जिसमें विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को भी आरोपी बनाया गया।
- 13 जुलाई 2018- दुष्कर्म मामले में सीबीआई ने दूसरी चार्जशीट दायर की। इसमें विधायक के अलावा उसके भाई अतुल सिंह सेंगर और तीन पुलिसकर्मियों समेत पांच अन्य लोगों को भी आरोपी बनाया।
- 18 अगस्त 2018- दुष्कर्म मामले के मुख्य गवाह यूनुस की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत।
- 04 जुलाई 2019- पीड़िता के चाचा को 19 साल पुराने एक मामले में कोर्ट ने 10 साल के कारावास की सजा सुनाई। खास बात ये है कि 19 साल पुराने ये केस आरोपी विधायक के भाई अतुल सिंह सेंगर की तरफ से दर्ज कराया गया था। अतुल भी उन्नाव दुष्कर्म केस में मुख्य आरोपी है।
- 12 जुलाई 2019- पीड़ितकी तरफ से चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया रंजन गोगोई को पत्र लिखा, आरोपी विधायक और उसके लोगों की तरफ से पूरे परिवार को जान को खतरा बताया गया।
- 18 जुलाई 2019- पीड़ितका पत्र काफी सुप्रीम कोर्ट की रजिस्ट्री में प्राप्त हुआ, लेकिन इसे चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया के संज्ञान में नहीं लाया गया।
- 28 जुलाई 2019- रायबरेली के गुरुबख्शगंज थाना क्षेत्र में ट्रक व कार की टक्कर में पीड़ित की चाची और मौसी की मौत। पीड़ित और कार चला रहे उनके वकील गंभीर रूप से घायल हुए।
- 29 जुलाई 2019- सड़क दुर्घटना मामले में रायबरेली के गुरुबख्शगंज थाने में विधायक कुलदीप सिंह सेंगर, उसके भाई मनोज सिंह सेंगर, विनोद मिश्र, हरिपाल सिंह, नवीन सिंह, कोमल सिंह, अरुण सिंह, ज्ञानेंद्र सिंह, रिंकू सिंह, वकील अवधेश सिंह सहित 15-20 अज्ञात लोगों को आरोपी बनाते हुए आईपीसी की धारा- 302, 307, 506 व 120बी के तहत हत्या, जानलेवा हमला, जान से मारने की धमकी और आपराधिक साजिश का केस दर्ज।
- 30 जुलाई 2019- पीड़िता द्वारा चीफ जस्टिस को लिखा गया पत्र सामने आया।
- 31 जुलाई 2019- चीफ जस्टिस ने पीड़ितके पत्र पर संज्ञान लिया। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के सेक्रेट्री जनरल को पत्र के बेंच के समक्ष प्रस्तुत होने में हुई देरी की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश दिया।
- 01 अगस्त 2019- सुप्रीम कोर्ट ने उन्नाव दुष्कर्म कांड से जुड़े सभी पांच मामलों को दिल्ली ट्रांसफर करने का आदेश दिया। सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट के जज दिनेश शर्मा को प्रतिदिन केस की सुनवाई करने का आदेश दिया। 45 दिन में केस की सुनवाई पूरी करनी होगी। सीबीआई को एक सप्ताह में जांच पूरी करने के आदेश। भाजपा ने आरोपी विधायक को पार्टी से निकाला।
- 02 अगस्त 2019- सुप्रीम कोर्ट ने रायबरेली की जेल में बंद पीड़िता के चाचा को दिल्ली की तिहाड़ जेल में ट्रांसफर करने का आदेश दिया। उन्होंने यूपी की जेल में जान का खतरा बताया था। उन्नाव प्रशासन ने दो वर्ष बाद मामले के तूल पकड़ने और सुप्रीम कोर्ट के संज्ञान लेने के बाद आरोपी विधायक के शस्त्र लाइसेंस निरस्त किए गए।
- 05 अगस्त 2019- सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर अदालत ने रोजाना सुनवाई शुरू हुई।
- 16 अगस्त 2019- बंद कमरे में गवाहों की जिरह शुरू हुई, पूरी कार्यवाही की वीडियोग्राफी की गई।
- 10 दिसम्बर 2019- तीस हजारी कोर्ट ने कुलदीप सेंगर के खिलाफ अपना फैसला सुरक्षित रख लिया।
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