
नई दिल्ली. 1868 में जमशेदजी टाटा ने अपने कारोबार की शुरुआत की थी। 151 साल पुराना यह समूह आज दुनिया के 100 से ज्यादा देशों में काम कर रहा है। टाटा ग्रुप में 100 से ज्यादा कंपनियां हैं। इनमें से 28 कंपनियां लिस्टेड हैं। कंपनी के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 2017-18 में टाटा ग्रुप की सभी कंपनियों का रेवेन्यू 7.13 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा रहा था। ग्रुप का मार्केट कैप मार्च 2019 में 11.11 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा था। वहीं, दुनियाभर में टाटा ग्रुप की कंपनियों में 7 लाख से ज्यादा कर्मचारी काम कर रहे हैं।
जमशेदजी ने 21 हजार रुपए से कारोबार शुरू किया
1868 में जमशेदजी टाटा ने 21 हजार रुपए में एक दिवालिया तेल मिल खरीदी और वहां रूईं का कारखाना शुरू किया। जमशेदजी ने चार लक्ष्य तय किए। पहला- एक आयरन और स्टील कंपनी खोलना। दूसरा- एक वर्ल्ड क्लास इंस्टीट्यूट शुरू करना। तीसरा- एक होटल खोलना और चौथा- एक हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर प्लांट स्थापित करना। हालांकि, जमशेदजी अपने जीवन में सिर्फ ताजमहल होटल (मुंबई) ही शुरू कर पाए। बाद में उनकी पीढ़ियों ने उनके सभी लक्ष्य पूरे किए।
टाटा ग्रुप में 100 से ज्यादा कंपनियां, प्रमुख कंपनियों में टाटा सन्स की हिस्सेदारी
1887 में जमशेदजी ने टाटा एंड सन्स की स्थापना की। बाद में इसका नाम टाटा सन्स हो गया। 1904 में जमशेदजी के निधन के बाद उनके बड़े बेटे सर दोराबजी टाटा ने कमान संभाली। टाटा सन्स टाटा ग्रुप की होल्डिंग कंपनी है। टाटा ग्रुप में आज 100 से ज्यादा कंपनियां हैं। इन सभी का नियंत्रण टाटा सन्स के पास है। समूह की प्रमुख कंपनियों में 25 से लेकर 73 फीसदी तक हिस्सेदारी टाटा सन्स की है। सबसे ज्यादा 73% हिस्सेदारी टाटा इन्वेस्टमेंट कॉर्पोरेशन में है।
कंपनी | टाटा सन्स की हिस्सेदारी |
टाटा इन्वेस्टमेंट कॉर्पोरेशन | 73% |
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस | 71.9% |
टाटा कम्युनिकेशन | 48.9% |
टाटा एलेक्सी | 44.6% |
इंडियन होटल्स कंपनी | 39.1% |
टाटा मोटर्स | 35.8% |
टाटा ग्लोबल बेवरेजेस | 34.5% |
टाटा स्टील | 33.2% |
टाटा पॉवर | 33.0% |
ट्रेंट | 32.6% |
टाटा केमिकल्स | 30.8% |
वोल्टास | 30.3% |
टाइटन कंपनी | 25.0% |
(सोर्स : टाटा सन्स की आधिकारिक वेबसाइट पर मौजूद आंकड़े)
83 साल पहले मिस्त्री परिवार ने हिस्सेदारी खरीदी थी, अब टाटा सन्स में दूसरे बड़े शेयरहोल्डर
टाटा सन्स में टाटा परिवार के कारोबारी मित्र सेठ इदुलजी दिनशॉ के पास 12.5% हिस्सेदारी थी। 1936 में दिनशॉ के निधन के बाद सायरस मिस्त्री के दादा शापुरजी पलोनजी मिस्त्री ने उनके 12.5% शेयर खरीद लिए। इसी साल जेआरडी टाटा की बहन सायला और भाई दोराब ने भी अपने कुछ शेयर शापुरजी को बेच दिए। इससे टाटा सन्स में शापुरजी की हिस्सेदारी 17.5% हो गई। शापुरजी के बाद उनके बेटे शापुरजी पलोनजी 1975 में टाटा सन्स में शामिल हुए। उनके बाद सायरस मिस्त्री 2005 में डायरेक्टर बनकर टाटा सन्स में आए। अभी टाटा सन्स में मिस्त्री परिवार और उनकी कंपनियों की कुल हिस्सेदारी बढ़कर 18.4% हो गई है। वे टाटा ट्रस्ट (66%) के बाद टाटा सन्स में दूसरे बड़े शेयरहोल्डर्स हैं।
टाटा सन्स में किसकी कितनी हिस्सेदारी?
किसकी हिस्सेदारी? | कितनी हिस्सेदारी? |
टाटा ट्रस्ट | 66% |
शपूरजी पलोंजी ग्रुप | 18.4% |
टाटा ग्रुप की लिस्टेड कंपनियां | 11.9% |
अन्य | 3.7% |
कुल | 100% |
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