कुत्तों को सबसे वफादार जानवर माना जाता है, चीन में इससे जुड़ामामला सामने आया है। यहां वुहान में 7 साल का कुत्ता शिआओ बाओ चर्चा में है। वह तीन महीने तक कोरोना से जूझ रहे अपने मालिक का वुहान हॉस्पिटल में इंतजार करता रहा। उसके मालिक की मौत भर्ती होने के 5 दिन बाद ही हो गई थी। लेकिन इस बात से बेखबर शियाओ हॉस्पिटल की लॉबी में तीन महीने तक मालिक से मिलने की उम्मीद लगाए बैठा रहा।
हॉस्पिटल में काम करने वाली 65 वर्षीय सफाईकर्मी के मुताबिक, हुबेई प्रांत में रहने वाले कुत्ते के मालिक फरवरी में कोरोना से संक्रमित हुआ था। उसे वुहान के हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। 5 दिन बाद ही उसकी मौत हो गई।
शिआओ बाओ अस्पताल में महीनों तक अपने मालिक का इंतजार करता रहा, इस दौरान हॉस्पिटल के स्टाफ ने उसे खाना खिलाया। 13 अप्रैल को जब वुहान में लॉकडाउन हटा और बाजार खुले तो एक दुकानदारने उसे अपना लिया।
दुकानदार वू कुइफेन का कहना है कि जब अप्रैल के मध्य में मैं हॉस्पिटल से निकल रहा था, तब मैंने इसे देखा। मैंनेइसे शियाओ बाओ के नाम से पुकारा। इस तरह इसे नाम मिला।वू ने कहा, हॉस्पिटल वालों ने मुझे बताया कि शिआओ का मालिक एक बुजुर्ग पेंशनर था, जोकोरोना से संक्रमित हुआ था।
वू का कहना है, मेरा शिआओ से एक परिवार जैसा रिश्ता है। जब मैं दुकान खोलता हूं तो वह वहां मौजूद होता है। इसे कई बार मैंने उसे दूसरी जगह छोड़ा लेकिन वह फिर वापस लौट आया। शिआओ अब मुझे छोड़कर नहीं जाना चाहता।
20 मई को फिर शिआओ तायकॉन्ग हॉस्पिटल में पहुंचा था उस दौरान वहां मरीजों की भीड़ थी। हॉस्पिटल स्टाफ को शिआओ के बारे में कई शिकायत मिलीं तो वुहान में जानवरों की देखभाल करने सरकारी संस्था से सम्पर्क किया। संस्था के सदस्य आए और शिआओ को ले गए। वहां उसकी देखभाल हुई, नसबंदी के बाद उसे वापस छोड़ा गया।
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