
(मारिया मेजैटी) कोरोनावायरस से बुरी तरह प्रभावित देश इटली मेंअब तक 21,067 मौतें हो चुकी हैं।संक्रमण रोकने के लिए लगाया गया लॉकडाउन छठे हफ्ते में प्रवेश कर चुका है। लोग अनिश्चितता, निराशा, अविश्वास, डर और चिंता के साथ जी रहे हैं। कंपनियों ने लोगों को छुट्टी पर भेज दिया है। ऐसे में बेचैनी, नकारात्मकता और असुरक्षा का जोखिमसामाजिक तनाव में बदल चुका है। यहां के लोगों ने कोरोनावायरस के साथ जीने और काम पर लौटने का मन बना लिया है।
सरकार ने वित्तीय घाटे की पूर्ति के लिए छोटे-मझौले और बड़े उद्योगों को 34 लाख करोड़ रुपए का पैकेज दिया है। लेकिन, नुकसान के लिहाज सेयह नाकाफी है। कारपेंटर का काम करने वाले एंटोनियो बोरगिया कहते हैं कि हमें 50 हजार रु. की मदद मिली है। मेरी दुकान का किराया 67 हजार रु.और बिजली का बिल 29 हजार रु. है। स्थिति दिनों-दिनबदतर होती जा रही है,क्योंकि अनिश्चितता से पेट नहीं भरता है।
उद्योगों के संगठन ने लॉकडाउन हटाने को कहा
आर्थिक हालात को देखते हुएदेश केसबसे बड़े उद्योग संगठन कॉन्फ-इंड्रस्ट्रिया ने भी सरकार पर लॉकडाउन हटाने का दबाव बनाना शुरू कर दिया है।इस संगठन से 1.5 लाख कंपनियां जुड़ी हुईं हैं और करीब 55 लाख कर्मचारी इसके सदस्य हैं। संगठन ने सरकार से पूछा है कि वो स्पष्ट रूपसे बताए कि देश में लॉकडाउन कैसे खुलेगा। ऐसा न करने पर कोरोना से ज्यादाखतरनाक आर्थिक तबाही पैदा होगी।
इटली के दक्षिणी हिस्से में दुकानें खुलीं
सरकार ने लॉकडाउन हटाने के रोडमैप पर तेजी से काम करना शुरू कर दिया है।इसके तहत फिलहाल कोरोना से कम प्रभावित दक्षिणी हिस्से में बुक स्टोर, स्टेशनरी और बच्चों के कपड़ों की दुकानें खुल गई हैं। साथ ही जिन कंपनियों को अभी इजाजत नहीं मिली हैं;उन्हें कच्चा माल जुटाने, कारखाने की साफ-सफाई और सैनेटाइनजेशन की अनुमति मिल गई है। सरकार ने कहा है किसबसे पहले ऑटो इंडस्ट्री, फैशनडिजाइन और लोहा कारोबार को खोला जाएगा।
लोम्बार्डी में सख्ती बरकरार रखी गई
दुनिया केसबसे ज्यादा कोरोना प्रभावित इलाकेलोम्बार्डी और उसके आसपास के क्षेत्रों में सख्ती पहले जैसी ही है। इटली में कोरोना से करीब 21 हजार मौतें हुई हैं। इनमें 11 हजार लोम्बॉर्डी में ही हुईं। राजधानी मिलान इसी क्षेत्र में आती है। इसके पड़ोसी क्षेत्र इमीलिया रोमाग्ना, पीडमोंट और वेनेटो में भी कोरोना ने तबाही मचाई है। देश की जीडीपी में इस पूरे क्षेत्र कीहिस्सेदारी 45% है।
नए मामलों की दर न्यूनतम स्तर पर पहुंची
इटली में नए मामले सामने आने की दर 1.7% पहुंच गई है, जो अब तक की सबसे न्यूनतम है। औसतन हर रोज 3 हजार केस आ रहे हैं। सबकुछ योजना के मुताबिक रहा, तो 3 मई तक लॉकडाउन हटा लिया जाएगा। लॉकडाउन हटने के बाद देश मेंनया ऑर्गेजाइनेशल मॉडल बनाने के लिए टॉस्क फोर्स बनाई गई है। इस 17 सदस्यीय टास्क फोर्स का मुखिया59 साल के विटोरिया क्लो को बनाया गया है। इसमें शीर्ष स्तर के वकील, समाजशास्त्री, मनोवैज्ञानिक और डॉक्टर हैं। यह टीमसाइंसटिफिक टेक्निकल कमेटी के साथ मिलकर काम रही है।
मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग अब जीवन का हिस्सा
जिन इलाकों में बुकस्टोर, स्टेशनरी और बच्चों के कपड़ों की दुकानें दोबारा खुल गई हैं, वहांलोगों को मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य होगा। साथ ही ग्राहकों को डिस्पोजेबलगलव्स भी उपलब्ध कराने होंगे।
दिन में 2 बार शोरूम को सैनेटाइज करना जरूरी
कीबोर्ड, टच स्क्रीन और भुगतान प्रणाली को भी हर रोज समय-समय पर सैनेटाइज करना होगा। हर स्थिति में मास्क पहनना अनिवार्य होगा। खाने-पीने की चीजों की दुकानों पर दस्ताने का इस्तेमाल अनिवार्य होगा।
शोरूम में आने-जाने के गेट अलग-अलग होंगे
40 वर्गमीटर की दुकान में दो ऑपरेटरों के अलावा एक समय में एक ही व्यक्ति रहेगा। जहां संभव हो, प्रवेश और निकास के रास्ते अलग-अलग होंगे। लोगों के एक्सेस के लिए टाइम स्लॉट्स भी तय किए जाएंगे।
फैक्ट्री में वेंटिलेशन की समुचित व्यवस्था हो
कारखानों को रखरखाव, भुगतान प्रबंधन के साथ सैनेटाइजेशन की शर्त पर संचालन कीअनुमति दी गई है। इन्हें दिन में दो बार सफाई करनी होगी। दुकानों और कारखानों में प्राकृतिक वेंटिलेशन और हवा के आने-जाने की माकूल व्यवस्था होनी चाहिए।
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