World Wide Facts

Technology

सैटेलाइट तस्वीरों में दिखी सल्फर गैस, बड़ी संख्या में शव जलाने का अंदेशा : रिपोर्ट

बीजिंग.चीन में कोरोनावायरस से मौतों की संख्या 910 हो गई है। वहीं 40 हजार से ज्यादा संक्रमित हैं। हालांकि सरकार पर वास्तविक संख्या छुपाने और बड़े पैमाने पर शवों को गुपचुप जलाने के आरोप लग रहे हैं। हालांकि चीन में शव जलाने की परंपरा नहींं हैै। सोमवार को वुहान की सैटेलाइट तस्वीर सामने आई। इसमें आग के बड़े गोले के रूप में सल्फर डाई ऑक्साइड गैस दिख रही है। वैज्ञानिकों के मुताबिक ऐसा मेडिकल वेस्ट या शवों को जलाने से हो सकता है। इंटेलवेव के मुताबिक इतना धुआं करीब 14,000 शवों को जलाने पर निकलता है। ब्रिटिश अखबार डेलीमेल ने भी वुहान की सैटेलाइट इमेज पर संदेह जताया है। अमेरिका के पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट के मुताबिक शवों को जलाने पर सल्फर गैस के अलावा पारा, डाइऑक्सिन, हाइड्रोक्लोरिक एसिड जैसे केमिकल भी निकलते हैं।

चुनौती: वुहान में अगले कुछ हफ्तों में 5 लाख लोग कोरोनावायरस की चपेट में आ सकते हैं

ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक अगले कुछ हफ्तों में वुहान में संक्रमित लोगों की संख्या 5 लाख तक पहुंच सकती है। इस शहर में 23 जनवरी से ही 1 करोड़ 10 लाख लोग अपने-अपने घरों में कैद हैं। लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन ऐंड ट्रॉपिकल मेडिसिन ने वुहान में वायरस के फैलने के तरीकों का अध्ययन किया। इसमें पता चला है कि संक्रमण की यही रफ्तार रही तो फरवरी खत्म होते-होते शहर की 5 प्रतिशत आबादी यानी 5 लाख से ज्यादा लोग कोरोनावायरस से संक्रमित हो जाएंगे।

खौफ: जापान के शिप पर फंसे 160 भारतीय क्रू सदस्यों की अपील- मोदीजी प्लीज हमें बचाइए

जापान में 5 दिन से लग्जरी क्रूज तट पर रुका हुआ है। इसमें 160 भारतीय क्रू सदस्य हैं। इन्होंने भारत सरकार से मदद की अपील की है। एक चैनल को भेजे वीडियो में क्रू मेंबर्स ने कहा कि 160 में से 90% भारतीय संक्रमण से बचे हुए हैं। इन लोगों ने कहा- मोदीजी प्लीज हमें कुछ भी करके बचा लीजिए। अगर संक्रमण हो गया और तब बचाने कोई आया, तो उसका फायदा। वहीं बांग्लादेश के एयर क्रू ने चीन के वुहान जाने से इंकार कर दिया है। इससे वहां पर 171 बांग्लादेशी लोग फंस गए हैं।

तर्क: बुलेट ट्रेन बंद, ट्रैफिक से इतनी गैस नहीं निकलती

वुहान में सल्फर डाइऑक्साइड का स्तर 1700 यूजी/घन मीटर है, जो खतरे के स्तर से 21 गुना ज्यादा है। 80 यूजी/घन मीटर खतरनाक माना जाता है। ऐसी ही तस्वीर चोंगक्विंग की भी है। वहां भी महामारी बड़े पैमाने पर फैली है। यह वुहान से 900 किमी दूर है। बुलेट ट्रेन से 4-5 घंटे में पहुंच सकते हैं। दोनों शहरों के बीच रोज 31 बुलेट ट्रेन चलती हैं, पर अभी बंद हैं। ऐसे में दूसरे ट्रैफिक से भी इतनी बड़ी मात्रा में गैस नहीं निकल सकती।



आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
वुहान में SO2 खतरे के पैमाने से 21 गुना ज्यादा ।


from Dainik Bhaskar /national/news/coronavirus-sulfur-gas-in-china-seen-in-satellite-photos-report-126719213.html
Share:

Related Posts:

0 Comments:

Post a Comment

Definition List

header ads

Unordered List

3/Sports/post-list

Support

3/random/post-list