
बगदाद. इराक की राजधानी बगदाद में रविवार तड़के अमेरिकी दूतावास के पास कई रॉकेटों से हमला किया गया। अमेरिकी सैन्य सूत्रों ने कहा कि हमले के बाद दूतावास परिसर सुरक्षा अलार्म बजने लगा। हालांकि, यह साफ नहीं हो सका कि कितने रॉकेट गिराए गए। हमले में कोई हताहत नहीं हुआ। इराक की कट्टरपंथी गुटहशद अल शाबी के ईरान समर्थित गुट हरकत अल-नुजाबा ने शनिवार को कहा था कि अमेरिकी सैनिकों को अपने देश से बाहर करने के लिएउल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। इसके कुछ घंटों के बाद ही अमेरिकी दूतावास पर हमला हुआ।
न्यूज एजेंसी एएफपी के संवाददाताओं के मुताबिक, उन्होंनेकई धमाकेसुने। हमले के समय ग्रीन जोन के पास एयरक्राफ्ट चक्कर लगा रहे थे। ग्रीन जोन बगदाद का हाई सिक्योरिटीवाला इलाका है, जहां कई देशों के दूतावास स्थित हैं।
अमेरिका ने हमले के लिए हश्द अल-शाबी को जिम्मेदार ठहराया
अक्टूबर के बाद से यह 19वां हमला था, जिसमें या तो दूतावास को या इराक में तैनात 5200 अमेरिकी सैनिकों को निशाना बनाया गया। हमलों का कभी किसी ने दावा नहीं किया,लेकिन अमेरिका ने ईरान समर्थित गुटों में हशदअल-शाबी के नेटवर्क पर उंगली उठाई है। यह आधिकारिक तौर पर इराक के सुरक्षाबलों में शामिल है।
जनरल सुलेमानी की मौत के बाद से ही पश्चिमी देशों में तनाव
दिसंबर के अंत में उत्तरी इराकबेस पर रॉकेट हमले में एक अमेरिकी कॉन्ट्रैक्टर मारा गया था।अमेरिका ने पश्चिमी इराक में कट्टरपंथी गुट हशद अल शाबी के खिलाफ जवाबी हमला किया था। 3 जनवरी को बगदाद में अमेरिकी ड्रोन हमले में ईरान के जनरल कासिम सुलेमानी और हशद अल शाबी के डिप्टी कमांडर अबु महदी अल-मुहांदिस की मौत हो गई थी। इसके बाद इराक ने तत्काल अमेरिकी सैनिकों को अपने देश से जाने के लिए कहा था। सुलेमानी की मौत के बाद ही पश्चिमी देशों में तनाव है।
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