महीनों तक वैज्ञानिक इस रहस्य को सुलझाने में लगे रहे कि कोरोना समृद्ध पश्चिमी देशों में क्यों ज्यादा फैला और घनी आबादी और झुग्गी बस्तियों वाले देश कैसे बचे रहे। पर कोरोना अब इन बचे हुए देशों में भी फैल गया है। मध्य पूर्व, लैटिन अमेरिका, अफ्रीका और दक्षिण एशिया के देश अब महामारी की जद में आ गए हैं।
इसने इन देशों के अस्पताल और कब्रिस्तानों को तो भर ही दिया है, उन नीति निर्माताओं को भी हताश किया है, जो सोच रहे थे कि वे सही फैसले ले रहे हैं और महामारी के सबसे बुरे दौर से बच जाएंगे। फ्लोरिडा यूनिवर्सिटी में बायोस्टेस्टिक्स की प्रोफेसर नताली डीन के मुताबिक, कोरोना पर रिसर्च में ऐसा सबूत नहीं दिखा कि कोई देश इससे बचेगा।
यूरोपीय देश इस पर काफी हद तक काबू पा चुके
हालांकि, यूरोपीय देश इस पर काफी हद तक काबू पा चुके हैं। फिनलैंड में कोरोना खात्मे की ओर है। न्यूजीलैंड में लगातार 14वें दिन कोई केस नहीं आया है। इटली, स्पेन और ब्रिटेन में नए केस आने कम हो गए हैं। यूरोप में कोरोना से सबसे अधिक मौतें 27 अप्रैल को हुई थीं। इस दिन यहां 8,429 लोगों की मौत हुई थी। इसके बाद महाद्वीप में मौतें भी लगातार घट रही हैं।
जबकि मध्य पूर्वी देश मिस्र में हफ्तेभर में संक्रमित दोगुने हो गए हैं। लैटिन अमेरिकी देश ब्राजील,मैक्सिको में भी स्थिति बिगड़ रही है। उधर दक्षिण एशिया में पाक और बांग्लादेश नए एपिसेंटर बन गए हैं। अफ्रीका महाद्वीप में दक्षिण अफ्रीका सबसे ज्यादा प्रभावित है।
लैटिन अमेरिका: ब्राजील में 4 दिन में एक लाख केस बढ़े, मैक्सिको में 24 घंटे में 4 हजार से ज्यादा मामले
ब्राजील अब कोरोना से हुई मौतों के मामले में इटली को पीछे छोड़ तीसरे नंबर पर पहुंच गया है। ब्राजील में कोरोना से कुल 34 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। 6 लाख से ज्यादा संक्रमित हैं। इसके बावजूद रियो डी जेनेरियो के 1 लाख स्ट्रीट वेंडर्स को गुरुवार से काम शुरू करने की छूट दे दी गई। उधर मैक्सिको में एक दिन में रिकॉर्ड 4442 संक्रमण के मामले सामने आए। यहां 1 लाख से ज्यादा पॉजिटिव हैं, वहीं 12,545 मौतें हुई हैं। राष्ट्रपति एंड्रेस लोपेज तर्क देते हैं कि बाकी देशों की तुलना में तो मैक्सिको में कम ही मौतें हो रही हैं।
अफ्रीका: मिस्र में मौतों की दर 2% से ज्यादा, कोरोना फैलने के बाद द. अफ्रीका में 24 घंटे में रिकॉर्ड केस
मिस्र में राष्ट्रपति अल सीसी और डॉक्टरों में जारी संघर्ष के बीच हफ्तेभर में ही संक्रमित दोगुने हो गए हैं। सुरक्षा उपकरणों की कमी और ट्रेनिंग नहीं मिलने से डॉक्टरों में गुस्सा है। मौतों की दर 2% से ज्यादा हो गई है। 30 हजार संक्रमित हैं, 1126 मौतें हो चुकी हैं। हफ्तेभर से रोजाना 1 हजार केस आ रहे हैं। महाद्वीप के इकोनॉमिक पावर हाउस दक्षिण अफ्रीका ने मार्च में सख्त लॉकडाउन कर दिया था। पर पिछले हफ्ते अनलॉक के बाद यहां संक्रमितों की संख्या 40 हजार पर पहुंच गई है। पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड 3267 केस आए हैं। अब तक 848 लोगों की मौत हो चुकी है।
खाड़ी देश: ईरान में डिस्टेंसिंग घटी, कोरोना के दूसरे दौर की आशंका; सऊदी में 1900 केस रोज मिल रहे
ईरान में औसत तीन हजार केस रोज मिल रहे हैं। सोशल डिस्टेंसिग सिर्फ 40% रह गई है। लोगों ने मास्क लगाना भी छोड़ दिया है। हफ्तेभर से रोजाना औसत 3 हजार मामले आ रहे हैं। मौतें 8 हजार से ज्यादा हो चुकी हैं। 1.67 लाख संक्रमित हैं। अप्रैल के अंत में सरकार ने अनलॉक शुरू हुआ था। सार्वजनिक परिवहन शुरू हो गया, छोटे व्यापारियों ने भी काम शुरू कर दिया। विशेषज्ञ अब सेकंड वेव की आशंका जता रहे हैं। सऊदी में रोज औसत 1900 केस मिल रहे हैं। जबकि इससे पहले 700 केस मिल रहे थे। इसी कारण हज यात्रा पर भी फैसला नहीं हो सका है।
दक्षिण एशिया: पाकिस्तान में 89 हजार से ज्यादा संक्रमित; बांग्लादेश, नेपाल में तेजी से बढ़ रहे केस
दक्षिण एशियाई देश पाकिस्तान, नेपाल और बांग्लादेश में भी कोरोना तेजी से फैल रहा है। इसी हफ्ते बांग्लादेश के रोहिंग्या कैंप में कोरोना से पहली मौत हुई। वहां पर इस तरह के सैकड़ों शिविर हैं, इसलिए यह संकेत अच्छा नहीं है। बांग्लादेश में भी अब तक 57,000 से ज्यादा मामलों की पुष्टि हो चुकी है। नेपाल में 2,600 से ज्यादा केस हो चुके हैं। दो हफ्ते पहले की तुलना में ये कई गुना ज्यादा हैं। पाकिस्तान में अमेरिकी राजनयिक भी पॉजिटिव पाए गए हैं। यहां पर संक्रमितों की संख्या 89 हजार के पार हो गई है। बीते 24 घंटे में 896 मामले सामने आए हैं।
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