
इस्लामाबाद(इस्लामाबाद से भास्कर के लिए शाह जमाल).पाकिस्तान में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मसूद अजहर लापता नहीं हुआ है। स्थानीय लोगों के मुताबिक मसूद बहावलपुर में अपने मदरसे में रह रहा है। यह जैश का नया मुख्यालय है, जो सैकड़ों कनाल जमीन पर फैला हुआ है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट में भी इस बात की पुष्टि हुई है कि मसूद बहावलपुर में ही है। प्रशासन ने मदरसे के पास लोगों के जाने पर रोक लगा दी है। यहां तक कि पुलिस भी मदरसे के अंदर नहीं जा सकती है। इसमें दर्जनों कमरे हैं। यहां ऐसी लैब भी है, जहां कई आधुनिक कंप्यूटर हैं। एक न्यूज रूम भी है, जहां से अल-कलाम, अयेशातुल बिनात, मुसलमान बच्चे नाम की उर्दू और अंग्रेजी की पत्रिकाएं प्रकाशित की जा रही है। मदरसे की इमारत की बाउंड्री वॉल 20 फीट ऊंची है। दीवारों पर तार भी लगे हैं। मुख्य द्वार पर एके-47 हथियार लिए सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। बता दें कि सोमवार को पाकिस्तान के आर्थिक मामलों के मंत्री हमाद अजहर ने कहा था कि मसूद लापता हो गया है।
8 महीने में तीन बार चली बड़ी चाल, आतंकियों को बचाता रहा
- फरवरी 2020: पाक सरकार ने कहा कि जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मसूद परिवार समेत लापता हो गया। जबकि वह बहावलपुर में है।
- अक्टूबर 2019: एफएटीएफ के डर से लश्कर-ए-तैयबा के चार टॉप कमांडर को गिरफ्तार किया। आगे की कार्रवाई सामने नहीं आई।
- जुलाई 2019: दबाव में आतंकी हाफिज सईद को गिरफ्तार किया। पर उसके आतंकी कैंपों को पीओके से अफगान सीमा पर शिफ्ट कराया।
पठानकोट हमले के तार जुड़े हैं बहावलपुर से
मसूद के अन्य तीन नए ठिकानों का पता चला है। इसमें कसूर कॉलोनी बहावलपुर, मदरसा बिलाल हबसी खैबर पख्तूनख्वा, मदरसा मस्जिद-ए-लुकमान खैबर पख्तूनख्वा शामिल हैं। पठानकोट हमले से संबंधित जो डोजियर पाकिस्तान को सौंपा गया था, उसमें एक फोन नंबर ऐसा था, जिसका लिंक बहावलपुर से था।
हिजबुल सरगना सलाउद्दीन के संपर्क में रहता है मसूद
सूत्रों के मुताबिक मसूद हिजबुल मुजहिदीन के सरगना सैयद सलाउद्दीन के संपर्क में है। वह बहावलपुर मदरसे से भाषण देता है। पहले वह अपना ज्यादा वक्त काबुल, उत्तर वजीरिस्तान और बहावलपुर में बिताता था। पिछली बार उसने 26 जनवरी 2014 को पीओके के मुजफ्फराबाद में भाषण दिया था।
पाकिस्तान काे ग्रे लिस्ट में रखने की सिफारिश
पेरिस| फ्रांस के पेरिस में एफएटीएफ की बैठक चल रही है। एफएटीएफ के सब ग्रुप इंटरनेशनल काे-अाॅपरेशन रिव्यू ने मंगलवार काे पाकिस्तान काे ग्रे लिस्ट में रखने की सिफारिश की। इस पर अंतिम फैसला 21 फरवरी काे हाेगा। इसके पहले एफएटीएफ ने कहा कि कुछ देश अब भी आतंकियों की मदद कर रहे हैं।
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