
नई दिल्ली. भाजपा के राष्ट्रीय सचिव और राजेंद्र नगर से प्रत्याशी सरदार आरपीसिंह का आरोप है कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने सिखों के लिए कोई काम नहीं किया। मतदान से पहले सिंह ने दैनिक भास्कर से विशेष बातचीत की। शाहीन बाग के सवाल पर सिंह ने कहा- शाहीन बाग में जिन्ना वाली आजादी के नारे कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) वाले लगवा रहे हैं। मेरे पूर्वजों ने जिन्ना वाली आजादी देखी है। बहू-बेटियों को काट दिया गया था। क्योंकि उन्हें न हिंदुस्तान ला सकते थे और न ही पाकिस्तान में रख सकते थे। क्या ऐसी ही आजादी शाहीन बाग वाले चाहते हैं।सिंह से बातचीत के प्रमुख अंश।
आप भाजपा प्रत्याशी के साथ ही सिख समुदाय के प्रतिनिधी भी हैं। दिल्ली में सिखों के लिए क्या काम हुआ?
पांच साल पहले केजरीवाल साहब ने कहा था कि1984 के दंगा पीड़ितों के लिए एसआईटी बनाऊंगा। लेकिन बनाई नहीं। मैं खुद इस केस को सुप्रीम कोर्ट में लड़ रहा हूं। वहां पिटीशनर भी हूं। एसआईटी तो सुप्रीम कोर्ट के माध्यम से बन पाई। सिख अपनी लड़ाई खुद लड़ रहे हैं। पीड़ित सिखों को जो पैसा दिया चाहिए था, वो भी नहीं दिया। ये हमारी लड़ाई कैसे लड़ेंगे? आज सिख कांग्रेस के खिलाफ हैं और इन्होंने तो कांग्रेस से ही हाथ मिला लिया था।
पिछली बार आपको हार का सामना करना पड़ा था। इस बार चुनौती कितनी बड़ी है?
पिछली बार दिल्ली में एक माहौल था। इस बार ऐसा नहीं है। मेरा किसी प्रत्याशी से कोई मुकाबला नहीं। मतदाता मुझे क्षेत्र की दुर्गति दूर करने के लिए जिताएंगे। इन्होंने (आप विधायक) यहां कोई काम नहीं किया। अगर काम किया होता तो यहां प्रत्याशी बदलने की जरूरत नहीं पड़ती।
दिल्ली में सिखों की सुरक्षा बड़ा मुद्दा रही है। इसे कैसे देखते हैं?
एक बात जान लीजिए। जो 1984 में हुआ, वो मोदीजी के रहते कभी नहीं हो सकता। उस समय वो कांग्रेस का सुनियोजित मामला था। कुछ महीने पहले एक सिख का जो मामला आया था,वो पुलिस से लड़ाई का मसला था। अब दिल्ली में सिखों को कोई खतरा नहीं।
सिखों की तरह मुस्लिम भी अल्संख्यक हैं। क्या सीएए में मुस्लिमों को भी शामिल किया जाना चाहिए?
सीएए धार्मिक तौर पर प्रताड़ित लोगों को लाने की सुविधा है। अफगानिस्तान में सिखों के साथ काफी प्रताड़ना हुई,इसलिए वे हिंदुस्तान आए। मुसलमान कभी धार्मिक तौर पर प्रताड़ित नहीं होते। रोहिंग्या हुए हैं। लेकिन हमारा प्रोग्राम बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के लिए है। इन देशों में कोई मुस्लिम प्रताड़ित नहीं हुआ। वहां सिर्फ हिंदू प्रताड़ित हो रहे हैं।
शाहीन बाग में चल रहे प्रदर्शन का दिल्ली चुनाव में क्या असर देख रहे हैं?
शाहीन बाग में जो हो रहा है, वो देश के लिए खतरे की घंटी है। मेरे परिवार ने जिन्ना वाली आजादी भोगी है। मेरे पूर्वजों ने अपनी बहू-बेटियों के साथ पाकिस्तान में क्रूरता होते देखी है। उनकी इज्जत पर खतरा था। बेटियां काट दी गईं,क्योंकि हिंदुस्तान ला नहीं सकते थे और वहां छोड़ नहीं सकते थे। क्या ऐसी ही आजादी हिंदुस्तान को फिर चाहिए। शाहीन बाग में लोगों को भड़काया जा रहा है।
आरपीसिंह को राजेंद्र नगर के लोग वोट क्यों दें?
जब मैं यहां विधायक था, तब मैंने 110 करोड़ रुपए के काम कराए। पिछले पांच साल में मैंने विधानसभा छोड़ी नहीं। आधी रात को भी लोग मुझ से मिल सकते हैं। घर-घर में मेरा मोबाइल नंबर है। चौबीस घंटे उपलब्ध रहता हूं। इसलिए लोग मुझे वोट देंगे।
अकाली दल इस बार भाजपा के साथ चुनाव नहीं लड़ रहा। इसे कैसे देखते हैं?
अकाली दल से हमने कहा था कि आप हमारे कमल के निशान पर चुनाव लड़ो। उन्होंने अपने निशान पर ही चुनाव लड़ने की इच्छा जताई। उनके निशान को दिल्ली में कोई जानता नहीं है। इसलिए वे चुनाव नहीं लड़ रहे,लेकिन भाजपा को वो समर्थन दे रहे हैं।
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