
नई दिल्ली. आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल रविवार को तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे। समारोह से पहले ही आप कार्यकर्ताओं ने रामलीला मैदान में धन्यवाद दिल्ली के बैनर्स मैदान में लगा दिए। शपथग्रहण में दिल्ली के लोगों को बुलाया गया है। हालांकि, पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को छोड़कर किसी अन्य नेता को समारोह का न्योता नहीं दिया है। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, आप ने अलग-अलग क्षेत्रों में काम करने वाले 50 लोगों को शपथग्रहण के दौरान केजरीवाल के साथ मंच साझा करने के लिए बुलाया है। इन्हें ‘दिल्ली के निर्माता’ कहा गया है। आप नेता मनीष सिसोदिया ने कहा कि इन दिल्ली के निर्माताओं ने पिछले 5 सालों में राजधानी के विकास में अहम भूमिका निभाई।
किस-किस को न्योता?
जिन अहम लोगों को कार्यक्रम के लिए न्योता दिया गया है, उनमें टेनिस खिलाड़ी सुमित नागल, दिल्ली के सरकारी स्कूल में पढ़ कर आईआईटी परीक्षा पास करने वाले विजय कुमार, मोहल्ला क्लीनिक की डॉक्टर अल्का, बाइक एंबुलेंस सेवा चलाने वाले युद्धिष्ठिर राठी, नाइट शेल्टर में केयरटेकर शबीना नाज, बस मार्शल अरुण कुमार, सिग्नेचर ब्रिज के आर्किटेक्ट रतन जमशेद बाटलीबोइ और मेट्रो पायलट निधि गुप्ता शामिल हैं।
केजरीवाल ने शनिवार देर शाम शपथग्रहण समारोह से पहले ही मंत्री पद हासिल करने वाले विधायकों के साथ डिनर मीटिंग में हिस्सा लिया। पिछली सरकार के मंत्री मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन, गोपाल राय, कैलाश गहलोत, इमरान हुसैन और राजेंद्र गौतम इस बैठक में शामिल थे।
रामलीला मैदान में दो-तीन हजार सुरक्षाकर्मी तैनात
रामलीला मैदान में कार्यक्रम से पहले ही सैकड़ोंकी संख्या में कार्यकर्ताओं ने मंच पर पेंटिंग की। इसके अलावा इलाके में पौधरोपण और फूल लगाए गए। दिल्ली पुलिस ने इलाके की सुरक्षा के लिए पुलिसबल तैनात किया है। बताया गया है कि दिल्ली पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स के दो से तीन हजार जवान रामलीला मैदान के आसपास तैनात रहेंगे। इसके अलावा सुरक्षा के लिए ड्रोन्स का भी इस्तेमाल किया जाएगा। सुबह 8 से लेकर 2 बजे तक इलाके में ट्रैफिक प्रतिबंध भी लगाए जाएंगे।
भाजपा का आरोप- आप ने सर्कुलर जारी कर सरकारी टीचरों के लिए शपथग्रहण में आना अनिवार्य किया
केजरीवाल के शपथग्रहण से पहले ही भाजपा विधायक विजेंदर गुप्ता ने केजरीवाल को पत्र लिखा। इसमें आरोप लगाया कि आप ने एक सर्कुलर जारी किया है, जिसके तहत सरकारी स्कूल टीचरों के लिए शपथग्रहण समारोह में पहुंचना अनिवार्य किया गया है। गुप्ता ने इस सर्कुलर को तानाशाही करार देते हुए कहा कि केजरीवाल सरकार का यह फरमान लोकतंत्र के खिलाफ है, क्योंकि अगर आदेश माना गया तो 15 हजार सरकारी टीचरों और अफसरों को उनके शपथग्रहण में पहुंचना होगा।
आप नेता मनीष सिसोदिया ने गुप्ता के आरोपों को नकारते हुए कहा कि सरकारी टीचरों को सिर्फ न्योता दिया गया है। यह कोई आदेश नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा को पता ही नहीं है कि टीचर्स की इज्जत कैसे करते हैं।
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