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चीन, जापान और पाकिस्तान समेत दुनिया के 42 देशों में पाेर्नाेग्राफी पर प्रतिबंध तो भारत में क्यों नहीं?

नई दिल्ली.पोर्न साइट्स के दुष्प्रभावों को देखते हुए दुनियाभर में इसे रोकने के कदम उठाए जा रहे हैं। चीन, जापान, पाकिस्तान समेत दुनिया के 42 देशों में पाेर्नाेग्राफी पूरी तरह प्रतिबंधित है। अब ब्रिटेन दुनिया का पहला ऐसा देश बनने जा रहा है, जो 18 से कम उम्र के बच्चों को एडल्ट कंटेंट से दूर रखने के लिए कानून बना रहा है। यह कानून पिछले साल 15 जुलाई से लागू होना था, लेकिन प्रशासनिक अड़चनों के कारण इसे लागू करने में 7 महीने से ज्यादा की देरी हो चुकी है। कानून का प्रारूप बनाने में हो रही देरी के लिए पिछले हफ्ते ब्रिटिश संसद में स्टेट सेक्रेटरी जेरेमी राइट ने माफी भी मांगी।

ब्रिटेन में नए कानून के मुताबिक, जो कंपनियां या वेबसाइट एडल्ट कंटेंट उपलब्ध करा रही हैं, उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा कि यूजर्स की उम्र 18 से कम न हो। इसके लिए कंपनियां अलग-अलग तौर-तरीके या नियम तय कर सकती हैं। किसी यूजर की उम्र सत्यापित करने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, पैन कार्ड आदि मांगा जा सकता है। पोर्नोग्राफी और उससे जुड़ी वेबसाइट्स पर पूरी तरह पाबंदी लगाने वाले देशों में दोनों कोरिया समेत सऊदी अरब, मिस्र, बांग्लादेश, श्रीलंका और नेपाल शामिल हैं। पाकिस्तान पिछले साल 8 लाख वेबसाइट्स को बैन कर चुका है। पाकिस्तान दूरसंचार प्राधिकरण ने इन पोर्न साइट को बंद कर 11 हजार प्रॉक्सी साइटों और नेटवर्क को भी ब्लॉक कर दिया है।

इसके अलावा वहां ऐसे नेटवर्क की निगरानी की जा रही है, जिसके जरिए लोग इस तरह की साइटों तक आसानी से पहुंच जाते हैं। पड़ोसी देश श्रीलंका में पिछले साल ही पोर्न वेबसाइट्स पर प्रतिबंध के लिए नियम बनाए गए हैं। यहां पोर्नोग्राफी वाली सामग्री रखने, बनाने और बेचने पर 20 साल तक की कैद, जुर्माना और संपत्ति जब्त करने के भी प्रावधान किए गए हैं। बांग्लादेश में पिछले साल हाईकोर्ट के आदेश के बाद 1,563 पोर्न साइट्स पर पाबंदी लगाई गई। भारत में चाइल्ड पोर्नोग्राफी के बनाने, बेचने और इस्तेमाल पर पूरी तरह पाबंदी है। इसके लिए सजा भी तय है, जबकि एडल्ट पोर्न कंटेंट साइट्स पर धड़ल्ले से चल रहा है।

मलेशिया में हर मोबाइल पर इन्वेस्टिगेशन यूनिट की नजर रहती है
मलेशिया में पोर्नोग्राफी पूरी तरह प्रतिबंध है। पिछले साल यहां पुलिस ने इंटरनेट क्राइम अगेंस्ट चिल्ड्रन इन्वेस्टिगेशन यूनिट स्थापित की, जो इंटरनेट निगरानी सॉफ्टवेयर से लैस है। इसे मोबाइल फोन पर भी सभी इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की निगरानी का काम सौंपा गया है। इसके जरिए 3,000 से अधिक पोर्न वेबसाइट्स को ब्लॉक किया गया है।



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Why not ban on pornography in 42 countries of the world including China, Japan and Pakistan?


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