
खेल डेस्क. इंग्लिश क्लब मैनचेस्टर सिटी को यूनियन ऑफ यूरोपियन फुटबॉल एसोसिएशन (यूएफा) ने फाइनेंशियल फेयर प्ले (एफएफपी) नियम के उल्लंघन का दोषी पाया है। यूएफा ने शुक्रवार को मैनचेस्टर पर यूरोपियन चैम्पियंस लीग में खेलने पर दो साल का प्रतिबंध लगा दिया। साथ ही क्लब पर करीब 232 करोड़ रुपए का जुर्माना भी लगाया है। एफएफपी नियम का उद्देश्य सभी क्लब मालिकों को स्पॉन्सरशिप डील के जरिए असीमित धन कमाने से रोकना है।
मैनचेस्टर इस साल यूएफा में अपना सफर जारी रखेगी। स्पेन के फुटबॉल क्लब रियाल मैड्रिड के साथ सुपर-16 में पहले लेग का मुकाबला होना है। यह मैच 26 फरवरी को स्पेन की राजधानी मैड्रिड के बेर्नाबेऊस्टेडियम में होगा।
UEFA takes note of the decision of the independent Adjudicatory Chamber of the Club Financial Control Body (CFCB), issued today, relating to Manchester City Football Club...
— UEFA (@UEFA) February 14, 2020
मैनचेस्टरजांच में सहयोग में भी नाकाम
यूएफाकीक्लब फाइनेंशियल कंट्रोल बॉडी (सीएफसीबी) ने कहा कि मैनचेस्टर ने 2012 और 2016 के बीच रिपोर्ट सौंपी थी। जिसके मुताबिक, मैनचेस्टर ने नियम तोड़ते हुए स्पॉन्सरशिप से असीमित धन कमाया। साथ ही वह जांच में सहयोग में भी असफल रहा।
इंग्लिश प्रीमियर लीग (ईपीएल) की अंक तालिका में मैनचेस्टर सिटी 51 पॉइंट के साथ दूसरे नंबर पर काबिज है। टीम ने अब तक खेले 25 में से 16 मुकाबलों में जीत दर्ज की है। 6 में उसे हार मिली, जबकि 3 मैच ड्रॉ रहे हैं।
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