मानसून के दौरान सफर या छुट्टियों का इरादा रखने वाले लोगों को महामारी के कारण घर में ही रहना पड़ रहा है। ऐसे कई लोग हैं जो छुट्टियों के लिए मानसून का इंतजार करते हैं, ताकि वे ड्राइव या नेचर के करीब जाकर तनाव से छुटकारा पा सकें, लेकिन लॉकडाउन और पाबंदियों ने प्लान पर पानी फेर दिया है।
हैदराबाद में रहने वाले निखिल अरविंद ट्रैवलिंग के खासे शौकीन हैं। निखिल बताते हैं कि 'वे लगभग हर साल मानसून के वक्त घूमने का प्लान करते हैं। मानसून के दौरान ट्रैवल करने का मुख्य कारण है मानसिक शांति और प्रकृति के करीब रहना, लेकिन इस बार नहीं जा पाएंगे।' हालांकि निखिल के अनुसार, हालात सामान्य होते ही वे एक बार फिर सफर में होंगे।
म्यूजियम, शहरों का करें वर्चुअल टूर
इस दौरान बाहर निकलना सुरक्षा और हेल्थ के लिहाज से भी खतरनाक है। क्योंकि हम नहीं जानते कि हमारा कहां कोरोनावायरस से सामना हो जाए। हालात यह हैं कि ट्रैवलिंग करने का मतलब नई चिंता को घर पर लाना हो सकता है। ऐसे में घर पर ही रहकर टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करें। इंटरनेट पर कई वर्चुअल टूर के ऑप्शन मौजूद हैं, जिसके जरिए आप दुनिया की कई मशहूर जगहों को जान सकेंगे और कई लोगों के लिए यह नया अनुभव भी हो सकता है।
- दुनिया के सात अजूबे: मॉडर्न टेक्नोलॉजी की मदद से आप घर बैठे ही दुनिया के सात अजूबों (द ग्रेट वॉल ऑफ चाइना, पेट्रा, ताज महल, कोलोजियम, माचु पिच्चु, क्राइस्ट द रिडीमर और चिचेन इत्जा) का नजारा अपनी डिवाइस पर देख सकते हैं। इसके लिए कई गूगल जैसी ऑनलाइन सर्विसेज उपलब्ध हैं।
- म्यूजियम की सैर: बीते कुछ वर्षों में गूगल ने हजारों म्यूजियम के साथ पार्टनरशिप की है। इसमें संग्रहालयों में सुरक्षित कर रखी गई नायाब चीजों की हाई क्वालिटी फोटोज हैं। इसके जरिए आप दुनिया के दूर-दराज के कई म्यूजियम की सैर कर सकते हैं।
- नेशनल पार्क्स: ट्रैवलिंग के दौरान कई लोगों की सबसे पसंदीदा जगह नेशनल पार्क्स होती है। अब इंटरनेट के जरिए भी ट्रेवलर्स वर्चुअल नेशनल पार्क्स का मजा हाई क्वालिटी साउंड के साथ ले सकते हैं। इसके लिए गूगल ने भी खास नेशनल पार्क्स के ऑडियो-विजुअल टूर्स की सेवा दी है।
ट्रैवलिंग से तनाव में आती है कमी
राजस्थान के उदयपुर स्थित गीतांजलि हॉस्पिटल में असिस्टेंट प्रोफेसर और साइकोलॉजिस्ट डॉक्टर शिखा शर्मा भी ट्रैवलिंग की बेहद शौकीन हैं। फिलहाल वे खाली समय में अपनी अगली ट्रिप की प्लानिंग कर रही हैं। डॉक्टर शर्मा बताती हैं, "ट्रैवलिंग से हमारा मूड खुश होता है। क्योंकि इस दौरान हम नए लोगों से मिलते हैं, नई जगहों को जानते हैं और नए अनुभव होते हैं।" कई डॉक्टर्स मानसिक तौर पर परेशान व्यक्ति को घूमने और आउटिंग की सलाह देते हैं। उन्होंने कहा "इससे हमारी चिंता और तनाव दूर हो जाते हैं।"
छुट्टियां कैंसिल होने से खराब हुए मूड को इन 6 तरीकों से करें ठीक
घर में लंबे वक्त तक रहने के कारण कई लोग मानसिक रूप से प्रभावित हुए हैं। ऐसे में नई एक्टिविटीज के साथ मूड को खुश रखना बेहद जरूरी है। डॉक्टर शर्मा इस दौरान एक नई स्थिति मानसून ब्लू का भी जिक्र करती हैं।
उन्होंने कहा, "यह एक तरह का सीजनल डिप्रेशन होता है, इस दौरान बादलों की वजह से ब्राइटनेस कम हो जाती है और लोग उदासी महसूस करते हैं। ऐसे में घर में रहें तो रोशनी में रहें।" इसके साथ ही डॉक्टर खासतौर से सफेद रोशनी की सलाह देते हैं।
उन्होंने बताया कि इस दौरान लेमन टी, सूप और ग्रीन टी फायदेमंद होता है। गर्म चॉकलेट ड्रिंक्स भी ले सकते हैं। डॉक्टर के मुताबिक, चॉकलेट मूड को बेहतर करने में मदद करती है। इसके अलावा अगर आप घर पर हैं तो ये उपाय कर सकते हैं।
- लंबी वॉक: अगर आप घर में हैं तो वीकेंड्स पर लंबी वॉक ले सकते हैं। इस दौरान आप अपने दोस्त के साथ मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए लंबी दूरी तक पैदल चलें। इससे आपका मूड बेहतर होगा और तनाव में कमी आएगी।
- आउटडोर गेम्स: सुरक्षित उपायों के साथ आउटडोर एक्टिविटीज भी मेंटल हेल्थ बनाए रखने का अच्छा तरीका है। इस दौरान आप अपने परिवार के सदस्यों और बच्चों के साथ मिलकर गेम्स खेल सकते हैं। याद रहे इस दौरान कोई भी बाहरी व्यक्ति को शामिल न करें।
- पसंदीदा काम: मूड को अच्छा बनाए रखने का सबसे बढ़िया तरीका है, वो काम करना जो आपको खुशी दे। वेकेशन कैंसिल होने से खराब हुए मूड को पसंदीदा चीजों से सुधारें। इसके लिए अपना पसंदीदा खाना या गेम्स की मदद लें।
- अरोमा ऑयल से नहाना या मसाज: बगैर किसी की मदद लिए आप बॉडी मसाज करें। डॉक्टर्स के अनुसार, मसाज करने से तनाव और टेंशन कम होता है। इससे बॉडी और माइंड दोनों ही रिलेक्स होते हैं। डॉक्टर शर्मा के अनुसार, नहाते वक्त अपने पानी में अरोमा ऑयल मिला लें, क्योंकि यह आपके मूड को बेहतर करने में मदद करता है।
- फ्यूचर ट्रिप प्लानिंग: अब आपको ट्रिप प्लान करने के लिए पहले से ज्यादा वक्त मिला है। आप इस समय का उपयोग फ्यूचर प्लानिंग के लिए भी कर सकते हैं। परिवार के सदस्यों, अपने ट्रैवल ग्रुप या दोस्तों के साथ अगली ट्रिप की प्लानिंग कर सकते हैं। इतना ही नहीं इस दौरान अपनी पुरानी यात्राओं की यादें ताजा करें। पुराने फोटोज या मेमोरीज को फिर से आपस में शेयर करें।
- पौधे भी बेहतर कर सकते हैं मूड: मानसून का वक्त बागवानी के लिहाज से भी मददगार होता है। यह मौसम पेड़-पौधों को बढ़ने में मदद करता है। डॉक्टर शर्मा इस दौरान पौधे लगाने की भी सलाह देती हैं। कहती हैं "आपकी लगाई हुई किसी चीज को बढ़ते देखना मानसिक सुकून देता है।" इसके अलावा आपको बारिश के दौरान पौधों की ज्यादा देखभाल नहीं करनी पड़ती और इनका बढ़ना आपको मानसिक शांति देता है।
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